Wednesday, June 3, 2020

कहानी

        Hello friends i am again here to tell you some another story, this is the story about today's world. How the human beings thinks now and how they behave with other ones. Hope you like my this is story as my previous ones.


Romeo Juliet, लैला मजनू , हीर रांझा  ये केवल नाम नहीं है, बल्कि ये सभी वो एहसास हैं, वो भावनाएं हैं, जो हर किसी इंसान के अंदर कभी ना कभी किसी ना किसी समय अवश्य जागृत होती हैं। ये एहसास है प्यार का एहसास, एक ऐसा प्यार जो दो इंसानों को दिल से जोड़ता है, एक ऐसा बंधन जो ना दिखाई देते हुए भी दो इंसानों को कभी एक दूसरे से दूर नहीं जाने देता है।  लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस तरीके के कहानी किस्से अब हमें क्यों नहीं सुनाई देते। अब क्यों हमें कोई लैला मजनू नहीं दिखाई देते, क्यों आज के जमाने में प्यार ने अपनी परिभाषा बदल ली है। चलिए मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं एक "अधूरी कहानी" वैसे तो यह कहानी अधूरी है लेकिन यह कहानी आज के समय में प्यार के बदलती परिभाषा को दर्शाती है। अब वैसे तो यह कहानी किसी भी शहर की हो सकती है और किन्हीं भी दो लोगों के बीच की हो सकती है चाहे वह लड़का हो या लड़की, लेकिन मैं इस gay community से belong  करता हूं, तो स्वाभाविक है कि मैं अपनी कहानी के किरदारों को अपनी community से ही चुनूँगा। तो चलिए शुरू करते हैं "कहानी"।


       किसी भी कहानी मे सबसे अहम भूमिका निभाते हैं, उसके किरदार। यह किरदार ही किसी भी कहानी को अमर और यादगार बनाने में सक्षम होते हैं। तो आइए आपको मिलवाऊं मैं अपनी इस कहानी के किरदारों से। यूं तो किसी भी कहानी को पूर्ण करने में कई किरदारों का सहयोग होता है लेकिन कुछ किरदार ऐसे होते हैं, जिनके इर्द-गिर्द ही सारी कहानी गढ़ी और लिखी जाती है, ऐसे ही दो महत्वपूर्ण किरदार हैं, अमोल और पुनीत। तो चलिए आपका परिचय कराते हैं अमोल और पुनीत से।


       अमोल पुणे के अंजनी नगर के एक आलीशान घर में पला बडा, अपने family business का इकलौता वारिस है। इकलौते होने की वजह से बड़े ही लाड प्यार से हमेशा घिरा रहता है। "श्री इंटरप्राइजेज" पुणे की केमिकल इंडस्ट्री का एक जाना माना नाम है, जिसे यहां तक पहुंचाने में अमोल के पिता और दादा की कड़ी मेहनत का नतीजा है। अब इसके आगे के सफर को और ऊंचाइयों पर पहुंचाने का दारोमदार अमोल के कंधों पर है। अमोल "विश्वकर्मा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी" से अपने केमिकल इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष में है।  यूं तो अमोल को पढ़ाई लिखाई का कोई ज्यादा शौक नहीं है, लेकिन घरवालों के दबाव में वह थोड़ा बहुत पढ़ भी लेता है। लेकिन उसका मन बस दोस्तों के साथ पार्टी करने और यहां वहां आवारागर्दी करने में ही लगा रहता था। अमोल बहुत ही ज़िद्दी, पैसों की वजह से बिगड़ा हुआ, घमंडी, एक बार अगर कुछ ठान ले तो उसे पूरा करके ही दम लेने वाला लड़का है, लेकिन यह गुस्सा यह जुनून उसने आज तक किसी अच्छे काम के लिए तो नहीं ही दिखाया था। देखने में कुछ खास तो ना था, लेकिन अपने पापा के पैसों की वजह से स्कूल - कॉलेज की सभी लड़कियों के बीच काफी popular था। दिखावे के लिए अमूल की भी स्कूल में कई गर्लफ्रेंड रह चुकी थी,  और अभी कॉलेज में भी केतकी के साथ facebook का relationship status complicated था।  दिखावे के लिए इसलिए क्योंकि अमोल के जीवन का यह सबसे बड़ा secret था, कि उसे लड़कियों में जरा भी दिलचस्पी नहीं थी। लेकिन इस बात को एक गहरे राज की तरह कहीं छुपा कर रखा हुआ था, और दिखावे के लिए लड़कियों के साथ घूम फिरा करता था।


      आइए अब आपको मिलाते हैं कहानी के दूसरे किरदार, पुनीत से। भोली सूरत, घुंघराले बाल, हल्की भूरी आंखें, आंखों को घेरे काली घनी पलकें, चौड़ी भवें, तीखी नाक, हल्के लाल होठ, सुनहरा दुबला शरीर । और क्या ही तारीफ करूं पुनीत के नैन नक्श की । इन सब के ऊपर वह मनमोहक मुस्कुराहट। पुनीत को अगर कोई एक बार देख ले तो उसकी छवि को इतनी आसानी से नहीं भुला सकता । और पुनीत की तारीफ बस यहीं खत्म नहीं होती, शारीरिक सुंदरता के कहीं ऊपर है, पुनीत के स्वभाव की निर्मलता उसकी सादगी और भोलापन। यह सभी खूबियां पुनीत को अपनी मां से विरासत में ही मिली है। पुनीत के पिता पुणे एयरपोर्ट पर ग्राउंड स्टाफ की नौकरी करते हैं। और अपनी पत्नी और बेटे के साथ विमान नगर के एक क्वार्टर में रहते हैं। पुनीत के माता पिता का बस एक ही सपना है कि उनका बेटा एक पायलट बन जाए। तो अपने सपने को पूरा करने के लिए अपने जीवन भर की जमा पूंजी से पुनीत का दाखिला पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन टेक्नोलॉजी में पायलट के कोर्स में करा दिया गया है। पुनीत भी पढ़ने लिखने में बहुत होशियार है, तो उसे भी अपने मां-बाप के सपने को पूरा करने में उतनी ही दिलचस्पी है, और वह बहुत मेहनत भी करता है, अपने मां-बाप की आकांक्षाओं पर खरा उतरने की । पुनीत अपने माता-पिता की आर्थिक स्थिति को अच्छे से समझता है, इसलिए उसने उनसे कभी भी कोई गैर जरूरी चीजें नहीं मांगी और ना ही कभी कोई शौक रखने के बारे में सोचा। स्कूल से सीधे घर और घर से सीधे स्कूल बस यही उसकी दिनचर्या रहा करती थी। उसके अच्छे स्वभाव के कारण उसके कई दोस्त भी थे, लेकिन वे सभी स्कूल तक ही सीमित थे। कॉलेज में भी उसके कुछ दोस्त बन गए थे और कई लड़कियों ने उसे रिझाने की कोशिश भी की थी। लेकिन पुनीत के सामने उसके माता-पिता का लक्ष्य साफ-साफ चमकता दिखता था। लड़कियों पर ध्यान ना देने की एक वजह और थी, उसकी दिलचस्पी। पुनीत को जबसे होश संभाला तबसे ही लड़कों में ही रुचि थी, और वह कई लड़कों को भी चोरी छुपे देखता भी था। लेकिन कभी किसी लड़के से जाकर मिलना और उसे अपने मन की बात बताना यह पुनीत के बस की बात नहीं थी।


      इस कहानी के हमारे दोनों प्रमुख किरदार हर तरीके से एक दूसरे से प्रथक हैं, लेकिन दोनों में एक ही बात समान है, जो इस कहानी की नींव है, वह है facebook! जी हां ! पुनीत और अमोल दोनो GAY हैं, और अपनी अपनी दिनचर्या में से थोड़ा सा समय निकाल कर facebook का इस्तेमाल करते हैं, दूसरे लोगों से chatting करते हैं, लेकिन इस समानता में भी कई असमानताएं हैं। जहां पुनीत अपनी real id से ही लोगों से जुड़ता है, उनसे chatting करता है, लेकिन उसका उद्देश्य किसी GAY साथी को ढूंढना नहीं है। वह तो बस थोड़े समय के मनोरंजन और अपने mind को fresh करने के लिए ऐसा करता है। वहीं अमोल का एक secret fake account है, जिससे वह केवल पुणे के GAY boys से ही connect करता है, उनसे chatting करता है, date fix करता है, और उसका chatting करने का एक ही उद्देश्य है, physical relation बनाना।


        जहां पुनीत पूरे दिन में मात्र 10 या 15 मिनट के लिए facebook इस्तेमाल करता है, एक-दो messages का reply देता है, वही अमोल अपनी "Rahul Sharma" नाम के fake account पर घंटों बिताता है, नए नए friends बनाता है, कई दिनों तक उनसे chatting करता है, फिर उनके साथ date पर जाता है, और फिर उनके place पर जाकर या उन्हें अपने room पर बुलाकर उनके साथ physical relation बनाता है, इतना हो जाने के बाद अगर उसे कोई लड़का पसंद आता है, तो तो उसे अपनी friend list में रखता है, पर अगर उसे कोई लड़का पसंद ना आए या उसे irritate करे तो तुरंत उसे unfriend कर block करने में जरा सी भी देर नहीं करता है। जहां पुनीत के लिए facebook, chatting time paas का जरिया है वही अमोल के लिए paas time का।


      एक दिन यूं ही facebook चलाते वक्त अमोल को friend suggestions में पुनीत की profile दिख गई। पुनीत की profile picture पर लगी पुनीत की smile करते हुए वाली photo ने अमोल को इतना आकर्षित किया, कि अमोल उस फोटो से अपनी नजरें ही नहीं हटा पाया। उसने पुनीत की profile को खोला और एक-एक करके पुनीत की profile में पड़ी उसकी सारी photos को देखता रहा। यह जानते हुए भी कि यह पुनीत का real account है और बिना इस बात की चिंता करे, कि पुनीत भी GAY है या नहीं, अमोल ने पुनीत को friend request send कर दी और एक message भी कर दिया।



Rahul :- "Hi 🖐️"
               "I like ur pics 😍😍"


         और फिर अमोल बस इंतजार करता रहा पुनीत के message का। बार-बार messenger on करता वहां पुनीत का message ना पाकर facebook open करता। पुनीत की profile पर जाता, उसकी सारी picture's को बार-बार देखता, यह सब कम से कम 30 से 35 बार कर चुका था, लेकिन उस पूरे दिन पुनीत का कोई भी message नहीं आया।


       अगले दिन, सुबह उठते ही अमोल ने सबसे पहले अपना  messenger check किया, लेकिन अभी भी पुनीत का कोई reply नहीं आया था। अपनी दिनचर्या को आगे बढ़ाते हुए अमोल कॉलेज पहुंचा, लेकिन आज केतकी की तरफ देखने से ज्यादा अमोल अपने मोबाइल की ओर देख रहा था । वह बस पुनीत के message का इंतजार कर रहा था। ऐसा आज तक अमोल ने किसी के लिए भी नहीं किया था, लेकिन इस जिज्ञासा का कारण अमोल को भी नहीं पता था। शायद पुनीत का वह मासूम चेहरा, वह प्यारी सी मुस्कुराहट और वह चहकती आंखें, अमोल के दिल में घर कर गई थी।


       दोपहर को canteen में जब अमोल ने फिर से mobile check किआ, तो वो थोड़ा सा परेशान हुआ। क्योंकि पुनीत ने अमोल का message seen कर लिया था, लेकिन कोई reply नही दिया था। और उसी परेशानी में अमोल ने पुनीत को एक और message कर दिया।


Rahul :- "Kya hua?"
               "Message seen kar lia, pr koi reply nhi                   dia 🤔 ?"


     उसके बाद अमोल ने ना जाने कितनी बार अपना messenger फिर से check किआ, पर उसे पुनीत का कोई भी reply नही मिला, और ना ही पुनीत ने अभी तक उसके दूसरे message को seen किआ था।


     वहीं जब पुनीत ने अपना facebook खोला था, तो उसे एक अनजान व्यक्ति "Rahul Sharma" कि friend request आई थी। कोई भी mutual friends ना होने के कारण, जब पुनीत ने उस profile पर click किया तो वही सब pictures और videos देखने को मिले, जो वो कई बार चोरी छुपे internet पर देखता था। वह सारे videos और pictures यूँ  खुलेआम किसी की facebook profile पर देखकर पुनीत डर गया था। और उसने तुरंत उस "Rahul Sharma" की friend request को delete कर दिया और जब उसने messenger खोला, तो वहां भी "Rahul Sharma" के message को पढ़कर अनदेखा करना ही उचित समझा। ऐसा पुनीत के साथ पहली बार हुआ था, कि उसके जैसी पसंद रखने वाले किसी लड़के की उसने facebook पर profile देखी हो, और तो और उस लड़के ने पुनीत को ढूंढ कर friend request भी भेजी हो। यह सब पुनीत के लिए नया था और एक सदमे की तरह था। उसे डर था कि कहीं उसने जो राज़ अपने बारे में छुपा कर रखा था, वह कहीं सबके सामने ना आ जाए। और इसी डर से पुनीत में फिर अगले 7 दिनों तक अपना facebook open ही नहीं किया।



       दूसरी तरफ अमोल कि पुनीत से बात करने, उससे मिलने की इच्छा बढ़ती ही जा रही थी। और यह अमोल के साथ भी पहली बार हो रहा था, कि उसे किसी के लिए इतना attraction हो रहा हो, कि अब उसने पुनीत की pictures को अपने मोबाइल में save कर लिया था, और इन दिनों में कई बार केवल उन pictures को देखकर ही हस्तमैथुन कर चुका था। लेकिन पुनीत का इस तरह से अमोल को ignore करना भी अब अमोल को परेशान करने लगा था। इन 7 दिनों में पुनीत का कोई भी reply ना पाकर, अमोल frustrated होने लगा था, और एक stocker की तरह ना जाने कितनी बार पुनीत की facebook profile देख चुका था। उसके सभी friends की भी profile check कर चुका था। पुनीत की date of birth, schooling और अभी किस कॉलेज में है, सारी information जो facebook पर available थी, अमोल को मुंह जबानी याद थी। एक बार तो अमोल ने पुनीत के कॉलेज जाने के बारे में भी सोचा और यह सारा पागलपन बस उस एक फोटो की वजह से जो उसने अकस्मात ही देखी थी। यह इतना गहरा आकर्षण, ऐसा दीवानापन किस लिए है, यह जानने से ज्यादा अभी अमोल को बस पुनीत के बारे में जानने में दिलचस्पी थी। और अमोल इस जुनूनियत के चलते पुनीत के कॉलेज भी पहुंच ही गया होता, अगर उसके द्वारा भेजा गया दूसरा message भी 7 दिन बाद, पुनीत के द्वारा seen करके ignore न किया गया होता।


      पुनीत के ऐसा दोबारा करने से, अब अमोल को गुस्सा आने लगा था। और इसी गुस्से में उसने एक और message पुनीत को कर दिया।


Rahul :- "Kya samjhte ho khud ko?"
               "Itna bhaw khane ki koi jarrorat nhi"
               "Tum jaise 1000 ghumte he mere aage
                 Piche, marte he bs mere sath ek raat                     bitane ke liye"
               "Tumhe pata nhi kis baat ka ghamand                   he"
               "Ye last time he! Agar tumne mere msg                   ka reply nhi dia"
               "To me tumhare college aa kar sabke                     samne tumhe kiss karunga, or tum                       mujhe rok bhi nhi paoge."



           अमोल ने यह message गुस्से में पुनीत को कर तो दिया था, लेकिन वह सच में ऐसा कुछ करने वाला नहीं था। वह सिर्फ पुनीत को थोड़ा डराना चाहता था। जिससे वह पुनीत का reply पा सके, और उन दोनों की बात होने लगे। बाकी फिर आगे कैसे पुनीत को पटाना है, यह तो अमोल के लिए बहुत आसान काम था। ऐसा अमोल ना जाने कितनी बार कर चुका था। पुणे शहर का एक भी ऐसा GAY नहीं था, जो अमोल से ना मिला हो। और जो अमोल को पसंद आ जाता था, वह उसके साथ कुछ समय के लिए relationship में भी रह लेता था, लेकिन अमोल एक बंद पिंजरे में रहने वाला शख्स बिल्कुल नहीं है। उसका सबसे लंबा चलने वाला relationship मात्र 2 महीने का था। जैसे अमोल ऊब जाता वह तुरंत किसी और की परवाह किए बिना आगे बढ़ जाता। ऐसे बहुत कम ही लड़के थे पुणे में जिनका दिल अमोल ने ना तोड़ा हो, उनमें से एक था "प्रज्वल"।


        प्रज्वल भी पुणे का था, जिससे अमोल facebook से ही मिला था। प्रज्वल की भी एक fake id थी, जो "Rohit Sharma" के नाम से थी। इस fake id से प्रज्वल भी वही सारे काम करता था, जो अमोल किया करता था। अमोल ने प्रज्वल से chatting तो सिर्फ अपने एक मकसद के लिए ही शुरू की थी। लेकिन प्रज्वल के साथ अमोल को वह feeling नहीं आई, इसलिए अमोल ने प्रज्वल को friend zone में ही रखा। लेकिन धीरे-धीरे अमोल और प्रज्वल की दोस्ती गहरी होती चली गई। क्योंकि प्रज्वल ही एक ऐसा इंसान था, जिससे अमोल अपने मन की वह सारी बातें कर सकता था, जो वह ना तो अपने घरवालों और ना ही बाकी किसी दोस्त को बता भी सकता था। इसलिए प्रज्वल धीरे-धीरे अमोल की जिंदगी में एक खास जगह तक पहुंच गया था। अमोल अपने हर relationship को प्रज्वल के साथ बिना किसी पर्दे के share करता था। उसकी पहली date से लेकर sex date तक की सारी जानकारी प्रज्वल को भी होती थी। इसका एक कारण ये भी था, कि अमोल की pic देख कर जब कोई लड़का उसे reject कर देता था, तो उस लड़के को वापस से अमोल की लाइफ में लाने का काम प्रज्वल का ही था।  लेकिन पुनीत वाला किस्सा, इन 8 - 10 दिनों की अमोल की तड़प, यह सब अभी तक प्रज्वल से छुपा हुआ था। अमोल अभी पुनीत को लेकर sure नहीं था, इसलिए उसने प्रज्वल को पुनीत के बारे में कुछ नही बताया था।


       प्रज्वल  अपनी normal life में बहुत ही सीधा-साधा, शांत, मासूम दिखने वाला लड़का था। लेकिन जैसे ही वह अपना fake account open करता था, वह किसी दूसरे शख्स में ही बदल जाता था। किसी को भी गंदा comment करना, अशलील message भेजना, सिर्फ sex की ही बातें करना और भी न जाने क्या-क्या। प्रज्वल किसी से भी chatting करता था तो उसके यह तीन message fix होते थे।


Rohit :- "Hi"
              "Age"
              "Likes"


      अगर यह 3 messages  का उसे उचित reply मिलता था, तो सीधा वह sex date fix करता था। शायद इसलिए अमोल से प्रज्वल की इतनी बनती है, क्योंकि लगभग दोनों की विचारधाराएं एक जैसी हैं। बस अंतर इतना है, कि प्रज्वल सीधे- साफ शब्दों का इस्तेमाल कर इसे sex date कहता है, और अमोल relationship के नाम पर वही सब काम करता है। दोनों की सोच काफी हद तक एक जैसी ही थी। प्रज्वल को भी अमोल बस एक अच्छे दोस्त के रूप में ही पसंद था, और यह बात प्रज्वल अमोल से chatting करते वक्त ही समझ गया था, और आज भी दोनों एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त हैं। दिन में कम से कम एक बार फोन पर बात जरूर करते हैं। कभी किसी facebook के friend के बारे में discuss करने के लिए, कभी कहीं घूमने फिरने का प्लान बनाने के लिए । इन 8-10 दिनों में भी प्रज्वल ने अमोल से कई बार बात की, और अमोल के बात करने के अंदाज से ही, अमोल से उसकी परेशानी के बारे में भी पूछा, लेकिन अमोल ने एक बार भी पुनीत का जिक्र प्रज्वल से नहीं किया।


      वहीं जब पुनीत ने राहुल का वह message पढ़ा तो वह घबरा गया। उसे समझ ही नहीं आया कि वह क्या करे।  reply दे या ignore करे। लेकिन अगर राहुल ने वैसा ही किया, जैसा वह कह रहा है, तो उसकी तो बहुत बदनामी हो जाएगी। इसी कश्मकश में पुनीत ने राहुल के message का reply देना ही उचित समझा। कम-से-कम इससे ही, यह बात केवल उन दोनों के बीच ही तो रहेगी। पुनीत ने घबराते हुए राहुल को message किया।


Puneet :- "Hello Rahul"
                 "Mujhe nhi pata tum mujhe kaise                           jante ho."
                 "Pr plz mere college me mera                                   tamasha mt banana."
                 "Tum jaisa kahoge, me waisa karne                         ko taiyar hu."


       पुनीत के message send करते ही, अमोल ने उसे पढ़ा। पुनीत के message से एक बात तो साफ थी, कि अमोल जो पुनीत से करवाना चाहता था, उसे डरा कर chat करना चाहता था, उसमें वह सफल रहा। लेकिन पुनीत के message से एक बात और साफ - साफ झलक रही थी, कि पुनीत बहुत ज्यादा डरा हुआ है। और अमोल ऐसा तो बिल्कुल नहीं करना चाह रहा था। पुनीत की हालत को समझते हुए, अमोल ने उसे तुरंत reply किआ।


Rahul :- "Hey ! I'm sorry 🙉"
               "Agar mene tumhe dara dia ho to"
               "Me to bs tumse chat karna chahta tha                  😊"
               "Isliye gusse me thoda jyada hi likh                         dia"
               "I'm really very sorry 🙉🙉😘"


       पुनीत अभी online ही था, और राहुल का message पाकर उसने तुरंत उसे पढ़ा, और उसे समझ नहीं आया कि, क्या यह एक ही इंसान के message है, एक में तो इतने गुस्से में मुझे बदनाम करने की बात कर रहा है, और दूसरे message में मुझसे माफी मांग रहा है। लेकिन अपनी सारी जिज्ञासा को किनारे कर उसने राहुल से chatting जारी रखी, क्योंकि वह फिर से राहुल को गुस्सा नहीं दिलाना चाहता था।



Puneet :- "It's ok"
                 "But jab tumne mujhse wo sab bola                         to me dar gaya tha"
                 "Agar tum bura na mano"
                 "To kya me tumse ek baat pooch                             sakta hu???"

Rahul :- "Again I'm sorry 🙉"
               "Haan me tumhe darana to chahta tha                   lekin itna jyada bhi nhi ki tum mere                     liye kuch bhi karne ko taiyar ho jao                     🤣🤣"
                "I'm sorry jaan 😍"

Puneet :- "It's ok"
                 "Kya me ek baat poochu???"

Rahul :- "Sorry, bilkul pucho meri jaan 😍"

Puneet :- "Kya tum mujhe jante ho???"

Rahul :- "Nahi my love, lekin janna chahta hu                    😘😍"

Puneet :- "Fir esa q likha ki mujhe kiss                                     karoge??? Tumhe kaise pata???"

Rahul :- "Wo to mene ese hi likh dia tha, tumhe                   darane ke liye 😂😂"
               "Or mujhe kya kaise pata?"
               "Kya bol rahe ho?"

Puneet :- "Kuch nhi"
                 "Me ye pooch raha hu ki tum mujhe                       hi q darana chah rahe the, wo bhi                         kiss karke???"

Rahul :- "Bataya to tha, ooper message check                       karo"
               "Mujhe tumhari pics acchi lagi 😍😘"

Puneet :- "Mtlb tumhe fb pr kisi ki bhi pics                             acchi lagegi to tum use ja kar kiss                         karoge???"

Rahul :- "Nahi esa nahi he meri jaan"
               "Ek kaam karte he, hamari chatting ki                   shuruat hi galat hui he, firse shuru                       karte he"
               "Hello, I'm rahul"

Puneet :- "Me ye nhi bol raha hu"
                 "Mere kehne ka mtlb he ki fb pr itne                       sare logo me se me hi kaise mila                           tumhe??? Tumhe mere baare me                           kaise pata chala???"

Rahul :- "Kya pata chala jaanu 🤔"
               "Kya bol rahe ho tum, mujhe kuch                           samajh nahi aa raha?"



          राहुल का यह message पढ़कर पुनीत offline हो गया। पुनीत को यह समझ नहीं आ रहा था, कि राहुल को उसके GAY होने के बारे में कैसे पता चला। और उधर अमोल को यह समझ नहीं आ रहा था, कि उसे ऐसा क्या पता चल गया है, जो पुनीत छुपा रहा है। चूंकि उसे ऐसा कुछ पता नहीं है, लेकिन पुनीत को तो यही लग रहा है, कि उसे पुनीत के बारे में कुछ ऐसा पता है, जो पुनीत नहीं चाहता कि किसी को पता चले।



         उस दिन दोनों ही इसी गुत्थी को सुलझाते रहे, कि किसे क्या पता है, और किसे क्या नहीं। लेकिन इन सबके बीच पुनीत को राहुल का बात करने का अंदाज और बीच-बीच में खुद को "jaan" कहना, उसे काफी पसंद आ गया था। और अमोल को भी अब केवल पुनीत की फोटो ही नहीं, बल्कि उसकी बातें भी मनमोहक लगने लगी थी। रात को सोते समय अमोल फिर से पुनीत और उसकी chat पढ़ने लगा और ऐसा करते वक्त उसके चेहरे पर अनायास ही एक मुस्कान छा गई। फिर एकाएक वह मुस्कान गायब हुई, और उसके माथे और भवों की सिकुड़न, ये बात साफ बता रही है, की वो कुछ गहन सोच में है। दरअसल अमोल, पुनीत की उलझी बातों को सुलझाने की कोशिश कर रहा था, और शायद उसने ऐसा कर भी लिया था।



       दूसरे दिन नाश्ते की टेबल पर अमोल,  पुनीत के message ही पढ़ रहा था, कि अचानक पुनीत के भी online आने की खबर उस green light ने अमोल को दे दी।


Rahul :- "Good morning my sunshine ❤️"

Puneet :- "Very good morning"
                 "Hey, me kya soch raha tha, ki tum                         sahi keh rahe the"
                 "Hamari shuruat sahi nhi hui"
                 "Hello"
                 "I'm puneet"

Rahul :- "I know u r gay!"

Puneet :- "Kya?"
                 "Tumhe kaise pata???"

Rahul :- "Tumhari kal ki chat ke baad mene                         raat bhar socha ki tum kya kehna                         chah rahe the"
                "Tb mujhe samajh aya"
                "Or ye to acchi baat he"
                "I'm also gay"

Puneet :- "Yahi to me kal tumse poochna chah                       raha tha, ki tumhe kaise pata chala                       mere baare me???"

Rahul :- "Mujhe nhi pata tha my love, mujhe to                   bs tumhari pictures acchi lagi thi, or                     me attract ho gaya,or me khud ko rok                   nhi paya"
               "Or tb mujhe nhi pata tha, or na mene                   is baare me socha tha ki tum bhi gay                     hoge ya nhi"
               "Mujhe to kal raat ko samjh aya ki tum                   mujhse ye poochna chah rahe the ki                     mujhe kaise pata chala ki tum gay ho"

Puneet :- "Haan, me yahi poochna chahta tha"
                 "Qki mene aaj tk kisi ko ye jahir nhi                       hone dia ki me gay hu or jab mene                       tumhari profile se ayi friend request                     or tumhare messages dekhe"
                 "To me isiliye dar gaya tha ki kahi                           mere baare me kisi ko pata na chal                       jaye"
                 "Isliye me tumhe ignore kar raha tha"
                 "Ye sab mere saath pehli bar ho raha                     he"

Rahul :- "Don't worry meri jaan, tumhara ye                       raaz mere sath safe rahega 😘😘"

Puneet :- "Chalo bye! Mujhe college jana he                           baad me baat karta hu"

Rahul :- "Ok bye my love ❤️😍😘"


       College में पुनीत का सारा ध्यान पढ़ाई से ज्यादा राहुल की मीठी मीठी बातों की यादों में था। पुनीत मुस्कुराते हुए सोच रहा था, कि उसने जो भी राहुल के बारे में कल तक सोचा, शायद वह सच ना हो। हो सकता है राहुल लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने वाला इंसान ना होकर एक साफ दिल का और अच्छा लड़का हो। शायद उसने सच में ही गुस्से में college में सबके सामने उसे kiss करने की बात कही हो। और खुद को और राहुल को kiss करने का ख्याल आते ही, पुनीत blush करने लगा। पुनीत की आँखों मे अलग ही चमक आ गयी थी, ये सब सोचते हुए। अब तो वो बस college खत्म होने का इंतज़ार करने लगा।


     दोपहर में घर पँहुचते ही, पुनीत ने सबसे पहले राहुल को ही message किआ।

Puneet :- "Hello rahul"
                 "Hws u???"


    और उधर अमोल तो मानो पुनीत के message के इंतज़ार में ही बैठा था। पुनीत का message पा कर अमोल ने भी chatting शुरू कर दी।


Rahul :- "I'm f9 my love"
               "How's ur day?"

Puneet :- "It's good, as usual"
                 "What about u???"

Rahul :- "I'm just waiting for ur msg 😍😍"

Puneet :- "Accha, or esa q???"

Rahul :- "Jabse tumhari pic dekhi he, tabse bs                    tumhare hi khyalo me dooba hua hu                    😍"
               "Har waqt bs tumhare bare me hi                           sochta rehta hu, tumse baat karne ka                   intezar karta rehta hu ❤️😘"

Puneet :- "Accha!! Or ye sab bs ek pic ki wajah                      se???"

Rahul :- "Ab esa q he ye to mujhe nhi pata"
               "Lekin tumhari ankho ki kashish ne                       mujhe tumhara diwana bana dia he                     meri jaan 😍❤️"

Puneet :- "Sorry dear, lekin abhi mujhe jana                         hoga, me baad me baat karta hu"
                 "Ok bye"

Rahul :- "Ok my love"
               "Wait karunga tumhare msg ka 😍😘"


       पुनीत को कोई काम तो नही था, लेकिन वो राहुल की बातों से थोड़ा हड़बड़ा गया था। इसलिए उससे झूठ बोल कर, offline आ गया। एक तो ये सब पुनीत के साथ पहली बार हो रहा था। और राहुल के बात करने का अंदाज, कहीं ना कहीं उसे अच्छा भी लग रहा था, और वो थोड़ा बहुत घबरा भी रहा था।




        What is going between them, is amol really in love? Or he just doing time paas. What's the next step taken by puneet than? Please stay connected with puneet and amol to know more. Second part is out soon.





Lots of love
Yuvraaj ❤️


      

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